भाला फेंक प्रतियोगिता में नीरज ने टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड जीतकर इतिहास का नया अध्याय लिख डाला है. आज पूरा देश उनकी इस उपलब्धि पर गौरव महसूस कर रहा है. उसके माता-पिता के लिए ये एक बहुत बड़े गर्व की बात है. दिल्ली लौटने के बाद जब नीरज चोपड़ा अशोक होटल पहुंचे तो नीरज ने अपना गोल्ड पदक मां-पिता को पहना दिया था. ये बहुत भावुक कर देने वाला समय था.
जब पिता को नीरज चोपड़ा ने मेडल पहनाया तो पिता ने बेटे की पीठ थपथपाई. इसके बाद पापा ने गोल्ड मेडल को सिर से लगाया. फिर नीरज ने अपने माता-पिता को मिठाई भी खिलाई. इस समय वहां पर उनके कोच भी मौजूद थे.
नीरज चोपड़ा के माता-पिता ने न्यूज़ पत्रकारों को बताया कि ये सोना खून-पसीने की कमाई का है. 11-12 वर्ष के इंतजार के बाद ये फल मिला है. पूरा गांव जश्न के लिए तैयार है.
न्यूज़ से बातचीत में नीरज ने कहा कि ये तो शुरुआत है, मेडल जीतने का सिलसिला जारी रहेगा ही. उन्होंने कहा कि आने वाले ओलंपिक में भी मेडल जीतने का सपना है. उन्होंने कहा कि सभी खिलाड़ियों का ऐसा ही सम्मान होना चाहिए.
बता दे है कि नीरज चोपड़ा पहले भारतीय खिलाडी हैं जिन्होंने ओलंपिक मुकाबले के एथलेटिक्स में गोल्ड मेडल जीता है. टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मैडल जीतने वाले नीरज ही एक मात्र भारतीय खिलाड़ी हैं. इस बार के भारत ने ओलंपिक में 7 मेडल जीते है. इसमें 1-गोल्ड, 2-सिल्वर और 4-ब्रॉन्ज पदक शामिल है. ये भारत का ये ओलंपिक इतिहास में अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है.
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