मोदी सरकार का विस्तार: पिछले काफी दिनों की चर्चा के बाद प्रधानमंत्री मोदी इस महीने कैबिनेट का विस्तार कर सकते हैं. अगले साल के विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखते हुए, और उन राज्यों में सोशल इंजीनियरिंग को ध्यान में रखकर मंत्रिमंडल में जगह दी जाएगी. इसके साथ ही एनडीए के कुनबा को भी बढ़ाने की तैयारी है.
किस राज्य से कितने मंत्री बन सकते हैं-
उत्तर प्रदेश से 3
गुजरात से 1
गोवा से 1
हिमाचल प्रदेश से 1
पंजाब से 1
उत्तराखंड से 1
क्षेत्रीय दलों को साधने की तैयारी
यूपी के पूर्वांचल से ब्राह्मण चेहरे को मिल सकता है मौका, क्योंकि मोदी सरकार-1 में शिवप्रताप शुक्ल और कलराज मिश्र मंत्री रह चुके हैं. लेकिन उनके बाद से मोदी सरकार-2 में गोरखपुर से किसी को मौका नहीं दिया गया है.
ब्राह्मण सांसद पूर्वांचल से आते है-
शिवप्रताप शुक्ल
हरीश द्विवेदी
रमापतिराम त्रिपाठी
सीमा द्विवेदी
विजय दुबे
रविकिशन शुक्ल
हरिद्वार दुबे जैसे आते हैं.
ब्राह्मणों के साथ साथ बीजेपी 1 ओबीसी और 1 दलित चेहरे को भी मंत्री बना सकती है.
ओबीसी चेहरे के लिए-
बांदा से सांसद आरके सिंह पटेल
एसपी बघेल
रेखा वर्मा
दलित चेहरे के लिए-
दलित नेता बृजलाल
विनोद सोनकर
बीपी सरोज
सहयोगी दलों से कौन-
दल अपना दल से एक और निषाद पार्टी से भी एक नेता को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है.
उत्तराखंड से कौन-
उत्तराखंड से अजय टम्टा या अनिल बलूनी में से किसी एक को शामिल किया जा सकता है.
पंजाब से कौन-
पंजाब से दलित नेता राज्यमंत्री सोमनाथ को केंद्र सरकार में प्रमोशन मिल सकता है.
मध्य प्रदेश से कौन-
मध्य प्रदेश से ज्योतिरादित्य सिंधिया
छत्तीसगढ़ सेसे कौन-
सरोज पाण्डेय या रमन सिंह में से एक को कैबिनेट में मंत्री बनाया जा सकता है.
असम से कौन-
पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल को केंद्रीय कैबिनेट में मंत्री बनाया जा सकता है.
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