नागपुर: कोरोना (Coronavirus) महामारी के बीच नागपुर एक अस्पताल ने अनोखा तरीका निकाला है. अस्पताल से मरीजों को छुट्टी देने के बाद बाकायदा लिखित में यह बताता है कि उन्होंने कितनी ऑक्सीजन कंज्यूम की और फिर उसे कम से कम 10 पौधे लगाने की सलाह दी जाती है.
महिला Patient ने जताई खुशी
TOI की रिपोर्ट के अनुसार, हाल ही में एक कोरोना पीड़ित महिला को डिस्चार्ज करने से पहले नागपुर के गेट वेल अस्पताल ने उन्हें बताया कि उन्होंने इलाज में कुल 1,44,000 लीटर ऑक्सीजन कंज्यूम की, इसलिए अब उन्हें 10 पौधे लगाने चाहिए. इस पर
महिला ने हॉस्पिटल के इस कदम पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि मैं पौधे लगाउंगी भी और इस साल 10 से ज्यादा पौधों का संरक्षण भी करूंगी.
Corona ने बताई अहमियत
महिला ने आगे कहा, ‘Corona ने मुझे अहसास दिलाया है कि ऑक्सीजन कितनी कीमती है, जो प्रकृति हमें मुफ्त में प्रदान करती है. इसलिए हम सभी को प्रकृति के बारे में सोचना होगा’.
‘What an Idea’
इस अनोखे आइडिया के बारे में डॉक्टर स्वर्णकार ने बताया कि उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल एक प्रिस्क्रिपशन देखा था, जिसमें डॉक्टर ने मरीज से इलाज के बाद पौधे लगाने की बात कही थी. डॉक्टर स्वर्णकार ने कहा कि अस्पताल में मरीजों को ऑक्सीजन के लिए भुगतान करना पड़ता है, इसलिए जब उन्हें पता चलेगा कि कि उस ऑक्सीजन की असल कीमत क्या है.
‘कभी Nagpur ग्रीन सिटी था’
डॉक्टर राजेश ने बताया कि किसी जमाने में नागपुर को ग्रीन सिटी कहा जाता था, लेकिन अब हालात अलग है. उन्होंने बताया कि, ‘मेरा बचपन नीरी कैंपस में बीता था, उस समय ये शहर पूरी तरह हराभरा था’. डॉक्टर ने कहा कि हम लोगों को सोचना चाहिए कि हमें ऑक्सीजन प्रदान करने वाली प्रकृति के साथ हम क्या कर रहे हैं.
Oxygen और व्यक्ति, हमारा रिश्ता
हर नोजवान व्यक्ति 7-8 लीटर ऑक्सीजन लेता और छोड़ता है प्रति मिनट. ये बता दे कि मनुष्य प्रति दिन 500 लीटर ऑक्सीजन इस्तेमाल करता है,
Source link