दिल्ली: निकिता गोखले एक गरीब घर में पली-बढ़ी एक ऐसी मॉडल है जो आज विदेशों में भी अपना डंका बजा चुकी हैं. निकिता एक आर्ट न्यूड मॉडल हैं, जो प्लेबॉय मैगजीन में भी अपना नाम दर्ज करा चुकी हैं. लेकिन बचपन से एक गरीब परिवार में पली इस बेटी को खाने के लिए भी संघर्ष करना पड़ता था. नागपुर के एक छोटे गांव की लडकी इंटरनेशनल लेवल पर अपनी पहचान भी बना चुकी हैं.
रोज जैसे-तैसे खाने की व्यवस्था होती
एक इंटरव्यू में निकिता ने बताया था कि वह बहुत गरीब परिवार से थीं. उनके पास कोई अच्छा घर नहीं था. बारिश के समय में घर के अंदर पानी घुस जाता था. रोज खाने की व्यवस्था भी जैसे-तैसे हो पाती थी. नागपुर में गरीब परिवार के ये लोग जंगल की लकड़ियां बेचकर घर का खर्चा नहीं चल पाते थे. उनके पिता एक शराबी बन गये थे.
पड़ोसियों के बासी चावल से किया गुजारा
आम बेचकर खुद खाने का इंतजाम किया करती थीं. 15 साल की निकिता पेड़ से गिर आमों को 2 रुपए प्रति किलो बेचती थी. जिससे रात के खाने का इंतजाम होता था. पड़ोसी के बचे हुए चावल से हम अपना पेट भरते थे’.
निकिता की बदली किस्मत
इंटरव्यू में निकिता ने बताया कि फेसबुक पर बैंकॉक की एक मॉडल से उनकी बात हुई. उन्होंने बताया कि, “मॉडल ने मुझे मैसेज में बताया कि UK का फोटोग्राफर एक न्यूड फोटोशूट मॉडल ढूंढ़ रहा है. उसने कहा कि तुम क्यों ये काम नहीं कर लेती. पैसे के बारे में पूछने पर उसने बताया कि एक दिन के 4 लाख तक मिलेंगे. फोटोग्राफर ने मेरी फोटोज खींचकर शाम तक मुझे 4.5 लाख रुपए दे दिये. मैंने पहली बार न्यूड फोटो खिचवाई तो मुझे बहुत खराब नहीं लगा था. इसके बाद तो मैं प्लेबॉय मैगजीन के लिए भी सेलेक्ट कर ली गई. साल 2015 में लंदन की एक एड एंजेंसी में काम करने वाले एडम से भी मै मिली थी. उन्होंने ही UK की एक मॉडलिंग एजेंसी से मेरी बात करवाई.
विदेशों में इंडिया का नाम रोशन
साल 2015 में निकिता ‘मिस वर्ल्ड बिकिनी’, ‘मिस इंडिया बिकिनी’, ‘मिस क्यूट वर्ल्ड बिकिनी’, 2016 में जर्मनी में ‘मिस ग्लैमरस फेस वर्ल्ड’ का अवॉर्ड भी जीत चुकी हैं. इसके बाद 2016 में उन्होंने ‘मिस यूपोरियन टूरिज्म माल्टा’ में इंडिया को रिप्रेजेंट भी किया था.
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