क्या विदेश में रहने वाले भारतीय, भारत से आने वाले भारतीयों को तुच्छ समझते हैं?

क्या विदेश में रहने वाले भारतीय, भारत से आने वाले भारतीयों को तुच्छ समझते हैं?

अरे वाह! आज का हमारा विषय तो बहुत ही चर्चा का है - क्या विदेश में रहने वाले भारतीय, भारत से आने वाले भारतीयों को तुच्छ समझते हैं? अरे नहीं यार, यह तो सिर्फ एक मिथक है। सच्चाई यह है कि विदेश में रहने वाले भारतीय भी अपने देशवासियों का सम्मान करते हैं। हाँ, थोड़ी सी मिसअन्डरस्टेंडिंग हो सकती है, लेकिन अंत में सब खुद को अच्छे भारतीय ही महसूस करते हैं। और याद रखिए, हम सब एक ही बिग इंडियन फैमिली का हिस्सा हैं, चाहे हम भारत में हों या विदेश में!

CJI बोबडे ने न्यायाधीश रामाना को अपना उत्तराधिकारी के रूप में सिफारिश की है?

CJI बोबडे ने न्यायाधीश रामाना को अपना उत्तराधिकारी के रूप में सिफारिश की है?

सीजीआई शरद अरविंद बोबडे ने आगामी मुख्य न्यायाधीश के रूप में न्यायमूर्ति एनवी रामाना की सिफारिश की है। यह कदम भारतीय न्यायिक प्रणाली में महत्वपूर्ण है, जो न्यायिक शासन की स्वतंत्रता और गतिशीलता को बढ़ावा देने का प्रतीक है। न्यायमूर्ति रामाना का चयन उनकी व्यावसायिक योग्यता और न्यायिक अनुभव को मानते हुए किया गया है। उन्हें न्यायिक प्रक्रियाओं को और अधिक प्रभावी और समय-समर्थ बनाने की उम्मीद है। इस बात की उम्मीद है कि वे न्यायाधीश के रूप में अपने कर्तव्यों को ईमानदारी और परिश्रम से निभाएंगे।

अमेरिका भारतीय भोजन के बारे में क्या गलत समझता है?

अमेरिका भारतीय भोजन के बारे में क्या गलत समझता है?

मेरे ब्लॉग में मैंने अमेरिका में भारतीय भोजन के बारे में मिथकों पर चर्चा की है। कई अमेरिकी यह सोचते हैं कि सभी भारतीय भोजन तीखा होता है, जबकि वास्तविकता यह है कि भारतीय भोजन में विभिन्न स्वाद और मसालों का संयोग होता है। इसके अलावा, अमेरिका में एक और गलतफहमी यह है कि सभी भारतीय शाकाहारी होते हैं। इन गलतफहमियों को सुधारने के लिए हमें भारतीय खाने की विविधता को समझने की आवश्यकता है।

क्यों कुछ भारतीयों को भारत पसंद नहीं है?

क्यों कुछ भारतीयों को भारत पसंद नहीं है?

मेरा आज का ब्लॉग "क्यों कुछ भारतीयों को भारत पसंद नहीं है?" पर आधारित है। कुछ भारतीय भारत की समस्याओं जैसे कि भ्रष्टाचार, गरीबी, शिक्षा की कमी और स्वच्छता के मामले में निराश होते हैं। कुछ लोगों को पश्चिमी देशों की तरक्की और उनकी जीवनशैली अधिक आकर्षक लगती है। तथापि, यह महत्वपूर्ण है कि हम अपने देश की समस्याओं को समझें और उन्हें सुधारने के लिए कदम उठाएं। हमें अपने देश को गर्व महसूस करना चाहिए और उसे बेहतर बनाने के लिए प्रयास करना चाहिए।

कलिकुट में आज एयर इंडिया की हवाई जहाज का दुर्घटना क्या कारण बनाया?

कलिकुट में आज एयर इंडिया की हवाई जहाज का दुर्घटना क्या कारण बनाया?

कलिकुट में आज एयर इंडिया की हवाई जहाज का दुर्घटना घटा हुआ है। यह दुर्घटना क्या कारण बनाया, इसके बारे में जानने के लिए मंत्री अधिकारी ने अपने शोध यात्रा को शुरू किया है। विमान नियंत्रण और विमान वितरण विभाग के अधिकारी ने भी प्रोटोकॉल का प्रयोग किया है। अमेरिका और यूरोप में होने वाली त्रासदी की जाँच के लिए भी तैनातीय विभाग के अधिकारी वैदेशिक यात्रा पर जा रहे हैं।

उत्तरी भारतीय खाद्य क्यों तोपमान में मसालेदार हैं?

उत्तरी भारतीय खाद्य क्यों तोपमान में मसालेदार हैं?

उत्तरी भारतीय खाद्य का मसालेदार पकोड़ा प्रसिद्ध है। इसका तोपमान में मसालेदार बढ़ावा देता है क्योंकि उत्तरी भारतीय राज्यों में मसालों की प्राकृतिक उपलब्धता को बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। यहां से प्राकृतिक मसालों को खाने के लिए आधार दिया जाता है, जिससे उत्तरी भारतीय खाद्य मसालेदार होता है। इसके अलावा, उत्तरी भारतीय राज्यों में मसालों की प्रति आदर्शों को मानने के लिए प्रतिबद्ध है।

अमेरिका में भारतीय शाकाहारी भोजन कैसे प्रबंधित करते हैं?

अमेरिका में भारतीय शाकाहारी भोजन कैसे प्रबंधित करते हैं?

अमेरिका में भारतीय शाकाहारी भोजन को प्रबंधित करने के लिए, भारतीय रसोईयों को सही नियमों और शर्तों के अनुसार सामान और सादे प्रदूषण से बचाना होता है। भारतीय रसोईयों को समय-समय पर स्वच्छता के नियमों का पालन करने के लिए निर्देशित किया जाता है। इसके अतिरिक्त, रसोईयों को आवेदन करने और उनके स्थानों को निगरानी करने के लिए भी अनुमति देनी होती है। यह सभी मुश्किलों को नुकसान ना होने देने के लिए आवश्यक है।

भारत में रहने वाले लोग क्यों अपने आपको भारतीय नहीं कहते हैं?

भारत में रहने वाले लोग क्यों अपने आपको भारतीय नहीं कहते हैं?

भारत में रहने वाले लोगों को अपने आपको भारतीय नहीं कहने का कारण है कि वे आदिवासी जातियों के कुछ मुद्दों और विवादों के कारण अलग हो सकते हैं। कई बार, भारतीय समाज के लोग आदिवासी जातियों को नफरत और अपमान करते हैं। ऐसे में, वे अपने आप को भारतीय नहीं कहते हैं, बल्कि उनकी आदिवासी जाति का नाम अपने आपको स्पष्ट करते हैं।